लोग ये कैसा मकरसंक्रांति का त्यौहार मनाते हैं
अपनी ख़ुशी किसी के शोक से मनाते हैं
पतंग के बदले पक्षियों की गर्दन को उड़ाते हैं
लोग ये कैसा मकरसंक्रांति का त्यौहार मनाते हैं
ये इंसान है क्या जो अपने शौक के लिए
निर्दोषों को शूली पर चढ़ाते हैं
बेजुबान पक्षियों के परिवार को शोक में डालने को
ये मकरसंक्रांति का त्यौहार बताते हैं
क्या हम ऐसे त्यौहार मानते हैं?
✍️-suyash jain