जिन्हे हम अपना हर गम बातया करते थे आज वो ही एक गम | हिंदी Shayari
"जिन्हे हम अपना हर गम बातया करते थे आज वो ही एक गम बन गये है।
और सुन्ना जरा गोर से तुम।आज मोहब्बत का आलम कुछ इस कदर।
अगर तुम कोरोना बन कर आयो तो भी हम तेरे हो जाए"
जिन्हे हम अपना हर गम बातया करते थे आज वो ही एक गम बन गये है।
और सुन्ना जरा गोर से तुम।आज मोहब्बत का आलम कुछ इस कदर।
अगर तुम कोरोना बन कर आयो तो भी हम तेरे हो जाए