आंखो के आगे छाई धुंध से बाहर आ जाओ
हां तुम मेरे करीब आ जाओ
दीदार को तरसती रहती है ये निगाहें
बहुत कर दिया आजाद, अब तो कैद में कर जाओ
दीवाना बन कर बहुत उड़ लिया ये पंछी
अब पिंजरे में कैद कर फिर से प्यार जगा जाओ
हां तुम मेरे करीब आ जाओ
सच में करीब आ जाओ
#ek_panchi_diwana_sa
©azad satyam
आंखो के आगे छाई धुंध से बाहर आ जाओ
हां तुम मेरे करीब आ जाओ
दीदार को तरसती रहती है ये निगाहें
बहुत कर दिया आजाद, अब तो कैद में कर जाओ
दीवाना बन कर बहुत उड़ लिया ये पंछी
अब पिंजरे में कैद कर फिर से प्यार जगा जाओ
हां तुम मेरे करीब आ जाओ
सच में करीब आ जाओ