कौन सी खूबसुरती की तारीफ करू
तेरी आँखो को समुन्दर समझा होगा
किसी ने ,
तेरे होठो की लालिमा
चुरायी होगी किसी ने |
तेरे चेहरे का नूर सबने देखा है
किसी ने कैद किया होगा
अपनी पलको में
हाँ बस जब तुम जुल्फो पे
अपने हाथ फिरोते हो
जब लटो को अपनी
अंगुली से सवारते हो
वो नजारा लाजवाब होता है ,
ऊपर से नाक वाली नन्ही नथुनी
शोभा बढ़ाती है खूबसूरती की
होठो का यूँ हल्का सा खुलापन
पर्वत के ऊपर बादल जैसा नज़ारा है
जिसे देखकर बस जिंदगी भर
रुक जाना चाहता है हर कोई
बस तुम्हे प्यार करने का मन है
खुद से जोड़ने का जी करता है .
बस तुम्हे ना जाने क्यों
निहारते रहने को दिल मचलता है ||
#mohabbatein