मोहब्बत सिर्फ अल्फाजों से नहीं एहसासों में बयां करने वाला चाहिए तो ठहरना होगा,
जिस्मानी बाजार में रूह से गुजर कर आत्मा तक पहुंचने वाला चाहिए तो ठहरना होगा,
तुम्हें जागीर समझने वाला नहीं खुद को सल्तनत बनाने वाला चाहिए तो ठहरना होगा,
यूं ही प्यार प्यार करने से क्या होता है इश्क ए इबादत में फना होने वाला चाहिए तो ठहरना होगा,
सिर्फ अदा नहीं मर्यादा हो तुम,
तुम्हारे अंदर भी हवा पानी है,
कुछ टूटा हुआ निशानी है,
टुकड़े को बिखेरने के जमाने में ,
समझो जिसे और कोई तुमसा तुम्हें समझने वाला चाहिए तो ठहरना होगा,
वादे इरादे और हक बातें और कसक,
छोड़कर जाने वाले इस चौराहे पर झुरियों तक साथ निभाने वाला चाहिए तो सुनो इंतजार तो थोड़ा लंबा होगा
डीएसएलआर के इस जमाने में,
दिल का खूबसूरत कोई चाहिए तो तुम्हें ठहरना होगा,
हाथ पकड़ने वाले जमाने में हाथ पकड़कर फेरे लेने वाला चाहिए तो इंतजार तो बेशक लंबा होगा...
दिखावा छलावा और नजरअंदाज वाले जमाने में अंदाज_ए _मोहब्बत चाहिए तो तुम्हें ठहरना होगा
©journalist anjali chawla
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