White #बोझ_ज़िम्मेदारी
कि कभी कोई दिन, ऐसा भी आ सकता है, ये भी तो सोच..
जिंदगी की कुछ सच्चाई को वही छोड़ के आगे बड़ा जाता है |
वक़्त से पहले ही, बड़ा कर देता है,जिम्मेदारी का बोझ...
हालात से मजबूर हो, जब बड़ो का साया, सर से उठ जाता है |
रात भर नींद नहीं आती,दिन गुजर जाता है, इसी फिक्र में रोज...
क्या होगा, कैसे होगा, सुबह से लेकर शाम, बस काम किया जाता हैं |
©vineetapanchal
#bojh #Jimmedari #jindgi