सुनो तुम जीतने आतंकी जन्मोगे
गिन गिन के अफ़ज़ल मारेंगे हम ||
गर तुम अपनी मंसूबों से बाज़ नहीं आओगे
इस बारी रंग नहीं तुम्हारे खून से होली खेलेंगे हम ||
अरे हमने वीर इतने जन्मे है रौशन विश्व कर देंगे
तुम्हारे मुल्क में घुसेंगे तुम्हारा नस्ल खत्म कर देंगे हम ||
हां हम अहिंसावादी है इतिहास कभी पढ़ लो तुम
पर भारत मां की लाज के खातिर , रौद्र रूप धर लेंगे हम ||
सुनो पाकिस्तान के नापाक हुक्मरानों जंग की सोचना भी मत
इस बारी लाहौर के साथ ही पूरा पाकिस्तान को हिंदुस्तान कर लेंगे हम ||