मेरी जाना अब तुम किस रास्ते चलोगी ?
जो सभी जाते हैं या मेरा मशवरा लोगी ?
अभी मेरी जान हिज़्र कहां जाना है
अभी तो गर्म सांसें सीना छीलेंगीं
कुछ और वक्त बिताओ खल्वत में
खून उगलोगी जब भी मुंह खोलेगी
रो लेने पर सुकून मिलेगा तुम्हे
फिर इसी बात पे रोने लगोगी
क्या अजाब है ये तुमको की
अपने ख्यालों में भी खुद को तन्हा मिलेगी
©KUMAR MANI(#KM_Poetry)
#MainAurChaand