आज लिखते हैं उस चाँद के लिए -
जो कभी आधा,कभी पूरा है ...
ये जीवन भी कुछ यूँही है,
दूसरों की है रोशनी, अपना कभी अँधेरा है!
मगर सब्र रखना सीख,
समय ने सबको ही कभी ना कभी घेरा है,
अपना कर्म करता चल,
इस अंधेरे के बाद ही तो सवेरा है!
©Yashi Goel
चाँद नहीं तू सूर्य बन......
#lunar