कुदरत का इंसाफ ।
बहू के प्यार में बेटा इस कदर मदहोश था ।
अपने जन्मदाता के दुखों का कहां होस था।
पिता खुद की उस उमर को कोष रहा था ।
जब वो बेटे के लिए दर दर भटक रहा था ।
मंदिर मसजिद गुरुद्वारा चर्च जहां से कुछ उम्मीद जगी वहीं वो माथा पटक रहा था ।
आज औलाद से आहत होकर वो रोते हुए ,
खुदके टूटे चप्पल फटेवस्त्रों को देख रहा था।
भूखा प्यासा रहकर जिसे पढ़ाया लिखाया ।
,चोरी की बेइमानी की खून पसीना बहाया। आज उसी औलाद ने किसी और के लिए ,
मुझे घर से बाहर का रास्ता है दिखाया ।
🙏भारत सोनी 🙏
©भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन
कुदरत का इशाफ udass Afzal khan शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Banarasi.. Beena Kumari Abubakkar munish writer @MK Pejval Mpbs gaTTubaba advocate SURAJ PAL SINGH Ranjit Kumar mohd Ali @Debasis Singh @Mr RN SINGH @Ashtvinayak @Self Made Shayar