प्यार देखा है तुमने
आना कभी तुमको नफ़रत से वाकिफ करांएगे
जब तक खामोश है तब तक खामोश है
अगर मेरे अंदर का शांत सागर मे लहर उठने लगा
तो पक्की बात है सुनामी ले आएंगे
S.s. bansal
तुम
✍ श्याम सुंदर बंसल
यो तो कहते नहीं हम लेकिन बे इन्तहा मुहब्बत करते हैं तुमको
खुद के जान से भी ज्यादा कदर दान मानते हैं तुमको
तुमसे बात नहीं होती तो अधुरा अधुरा सा लगता हैं
तेरे बीना जीया नहीं जाता बताना है तुमको|
कहा कमी रह गई
✍श्याम सुन्दर बंसल
विश्वास करता हूँ आँखों को बंद करके
हँस देता हूँ तेरे सामने हर गम भुला के
पता नहीं आखिर कहा चुक हो जाती हैं मुझसे
शायद मै ही बेवकूफ हुं , सुधरता नहीं ठोकर खाके|
शायद
✍ श्याम सुंदर बंसल
शायद तुमको देखने की चाहत रखना गलत है
तुमको संदेश भेजना बार- बार गलत है
तुम्हारी खुशी मे अपनी खुशी देखता हूँ
शायद संदेश का इंतज़ार करना गलत है|
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