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एक कोशिश 😊Youtube id-SONA KI RECIPE
ना जाने क्यों विधाता ने इतने कष्ट मेरे भाग्य में ही लिखे हैं। ना जाने क्यों इतने सवाल मुझसे ही पूछे जाते हैं? ना जाने कब इन सवालों के उत्तर मुझे मिलेगें? ना जाने कब? ©sonali suman
sonali suman
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ना जाने क्यों लोग बेटी से सौतेला व्यवहार करते हैं पर उम्मीद भी उसी से करते हैं। ©sonali suman
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Alone थक गयी हूं तेरे इंतजार में मैं सजीव हूं । मोम की गुड़िया नहीं मेरा भी वजूद है, इस संसार में काली रात के इंतजार के बाद, सुबह होती है एक नयी उमंग के साथ, थक गयी हूं तेरे इंतजार में मैं सजीव हूं। मोम की गुड़िया नहीं। सोनाली सुमन ©sonali suman
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कभी -कभी दिल क्यों इतना विचलित हो जाता है । जो ना केहना हो वो भी दिल केह जाता है । कभी-कभी दिल क्यों इतना विचलित हो जाता है । सोनाली सुमन ©sonali suman
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