पवन आर्य

पवन आर्य Lives in Jaipur, Rajasthan, India

मेरी कलम सदा सत्य लिखती रहे

  • Latest
  • Popular
  • Video

प्रीत के धागो के बंधन में, स्नेह का उमड़ रहा संसार, सारे जग में सबसे सच्चा, होता भाई बहन का प्यार, नन्हे भैया का है कहना, राखी बांधो प्यारी बहना। प्रिय बंधुओं आपको सह परिवार भाई-बहन के स्नेह के प्रतीक इस पवित्र त्योहार "रक्षाबंधन" की हार्दिक शुभकामनाएं! ©पवन आर्य

#विचार #rakshabandhan  प्रीत के धागो के बंधन में,
स्नेह का उमड़ रहा संसार,
सारे जग में सबसे सच्चा,
होता भाई बहन का प्यार,
नन्हे भैया का है कहना,
राखी बांधो प्यारी बहना।

प्रिय बंधुओं आपको सह परिवार भाई-बहन के स्नेह के प्रतीक इस पवित्र त्योहार "रक्षाबंधन" की हार्दिक शुभकामनाएं!

©पवन आर्य
#शायरी #khoj  तेरी बड़ी-बड़ी गहरी बातों का, बड़ा जल्दी ओढ़ आया,
चलो मेरे त्याग, समर्पण,प्रेम का, जल्दी निचोड़ आया,
जिसकी उम्मीद न थी, इस कहानी  में वह मोड़ आया,
तू तो बहुत आगे निकल गया रे, मुझे पीछे छोड़ आया,

©पवन आर्य

#khoj

125 View

नाम के आगे से जाति को हटाना हैं, रुढ़िवादी बेडियों को तोड़कर दिखाना हैं, जहां इंसान अपने कर्म से जाना जाए, मुझे ऐसे भविष्य के भारत को बनना हैं, जातिवाद का जहर घोल दिया, इंसानों ने इंसानों की परिपाटी मे, देखो एक दिन सभी को मर कर, मिल जाना है मात्र इस माटी मे, ©पवन आर्य

#शायरी #Likho  नाम के आगे से जाति को हटाना हैं,
रुढ़िवादी बेडियों को तोड़कर दिखाना हैं,
जहां इंसान अपने कर्म से जाना जाए,
मुझे ऐसे भविष्य के भारत को बनना हैं,

जातिवाद का जहर घोल दिया,
इंसानों ने इंसानों की परिपाटी मे,
देखो एक दिन सभी को मर कर,
मिल जाना है मात्र इस माटी मे,

©पवन आर्य

#Likho

11 Love

आज होड़ लगीं हैं, माँ का स्टेटस लगाने की, सोशल मीडिया पर, अच्छा डोंग दिखाने की, जहां देखों वहां, हर तरफ, माँ ही माँ छाईं हैं, मैं पूछता हूँ इन वृद्धाश्रमों मे, किसकी जाई हैं, माँ जननी, माँ श्रृष्टि, माँ ईश्वर का रूप हैं दूजा, एकदिन का डोंग कैैसा, माँ की रोज करो पूजा, इतने बड़े माँ भक्त हो तो माँ की थोड़ी कद्र करो, हर शुभ काम करने से पहले, माँ का जिक्र करों, माँ एक-दिन की मोहताज नहीं, हर दिन की माँ से सुरुवात करो, तुम इस मदर्स डे की बातें छोड़ो, 'माँ' के साथ प्यार से बात करों, माँ से मैं हूँ, और माँ से, मेरा संसार हैं, माँ रोज पूजनीय हैं, मदर्स डे बेकार हैं, ©पवन आर्य

#कविता #MothersDay  आज होड़ लगीं हैं, माँ का स्टेटस लगाने की,
सोशल मीडिया पर, अच्छा डोंग दिखाने की,
जहां देखों  वहां, हर तरफ, माँ ही माँ छाईं हैं,
मैं पूछता हूँ इन वृद्धाश्रमों मे, किसकी जाई हैं,

माँ जननी,  माँ श्रृष्टि, माँ ईश्वर का  रूप हैं दूजा,
एकदिन का डोंग कैैसा, माँ की रोज करो पूजा,
इतने बड़े माँ भक्त हो तो माँ की थोड़ी कद्र करो,
हर शुभ काम करने से पहले, माँ का जिक्र करों,

माँ एक-दिन की मोहताज नहीं,                     
हर दिन की माँ से सुरुवात करो,
तुम इस मदर्स डे की बातें छोड़ो,
'माँ' के साथ प्यार से बात करों,

माँ से  मैं हूँ, और माँ से, मेरा संसार हैं,
माँ रोज पूजनीय हैं, मदर्स डे बेकार हैं,

©पवन आर्य

#MothersDay

17 Love

जब-जब तेरी तलवार उठी, तो दुश्मन टोली डोल गयी, फीकी पड़ी दहाड़ शेर की, जब-जब तुने हुंकार भरी।। था साथी तेरा घोड़ा चेतक, जिस पर तु सवारी करता था, थी तुझमे कोई खास बात, कि अकबर तुझसे डरता था।। हर मां ये ख्वाहिश है, कि एक प्रताप वो भी पैदा करे, देख के उसकी शक्ती को, हर दुश्मन उससे डरा करे।। करता हुं नमन मै प्रताप को,जो वीरता का प्रतीक है, तु लोह-पुरुष तु मातॄ-भक्त,तु अखण्डता का प्रतीक है। हे प्रताप मुझे तु शक्ती दे,दुश्मन को मै भी हराऊंगा, मै हु तेरा एक अनुयायी, दुश्मन को मार भगाऊंगा।। भारत माँ का वीर सपूत, हर हिदुस्तानी को प्यारा हे… कुँअर प्रताप जी के चरणों में, सत सत नमन हमारा हे… ©पवन आर्य

#कविता #maharanapratap  जब-जब तेरी तलवार उठी, तो दुश्मन टोली डोल गयी,
फीकी पड़ी दहाड़ शेर की, जब-जब तुने हुंकार भरी।।
था साथी तेरा घोड़ा चेतक, जिस पर तु सवारी करता था,
थी तुझमे कोई खास बात, कि अकबर तुझसे डरता था।।

हर मां ये ख्वाहिश है, कि एक प्रताप वो भी पैदा करे,
देख के उसकी शक्ती को, हर दुश्मन उससे डरा करे।।
करता हुं नमन मै प्रताप को,जो वीरता का प्रतीक है,
तु लोह-पुरुष तु मातॄ-भक्त,तु अखण्डता का प्रतीक है।

हे प्रताप मुझे तु शक्ती दे,दुश्मन को मै भी हराऊंगा,
मै हु तेरा एक अनुयायी, दुश्मन को मार भगाऊंगा।।
भारत माँ का वीर सपूत, हर हिदुस्तानी को प्यारा हे…
कुँअर प्रताप जी के चरणों में, सत सत नमन हमारा हे…

©पवन आर्य

मार्ग जब अवरुद्ध हो, भाग्य तुम पर क्रुद्ध हो, परस्थिति विरूद्ध हो, और मनोरथों से युद्ध हो, पर आस्था अडिग रहे व तल हृदय का शुद्ध हो, तब तुम स्वयं ही ईश हो, तुम स्वयं ही बुद्ध हो, ©पवन आर्य

#शायरी #BudhhaPurnima  मार्ग जब अवरुद्ध हो, भाग्य तुम पर क्रुद्ध हो,
परस्थिति विरूद्ध हो, और मनोरथों से युद्ध हो,
पर आस्था अडिग रहे व तल हृदय का शुद्ध हो,
तब तुम स्वयं ही ईश हो, तुम स्वयं ही बुद्ध हो,

©पवन आर्य
Trending Topic