ना दौलत के भूखे है ना कोइ शान रखते है खुद का रुतबा है, स्वाभिमान रखते है दुरिया दुश्मनो से करने वाले ओ और होंगे हम तो दुश्मनो मे भी अपनी पहचान रखते है ओ मेरे हौसलो को देखकर फिदा है मुझपर ..... उन्हे क्या पता हम हथेली पर अपना जान रखते है
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