What do you want to write when you see a plain pa
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#InspireThroughWriting #Motivational #kunalkamra #laughter #inspire #Smile  A small tribute to the great ENTERTAINER who spreads love and laughter. Thanks for making our LIFE a little bit less tough with your witty lines.
KUNAL KAMRA
K - Knock out the people who spread and does
U - Unlawful activities and 
N - Negative thoughts in society,
A - And helps in spreading
L - Love and Laughter

©Arhan Ahmed

Kaash uss din kuch na kahaa hota. Kaash Wo lamha hi thm gya hota. Kaash wo aati nhi kisi ki yaadon ke saath, ya kaash mai kisi ki yaadon mein hota. Kaash wo pal ek khwaab hota ,kaash wo meri or mai uska kl hota. Kaash wo roothi hoti uss din to mna leta ,lakin shayd wo lautegi issi umeed mein tha . Kaash wo umeed sachi hoti ,kaash wo meri yaadon mein lauti hoti. Kaash wo shaam hi na hoti to wo aaj bhi mere saath hoti. ©Naman Awasthi

#लव #kaash  Kaash uss din kuch na kahaa hota.
Kaash Wo lamha hi thm gya hota.
Kaash wo aati nhi kisi ki yaadon ke saath, ya kaash mai kisi ki yaadon mein hota.
Kaash wo pal ek khwaab hota ,kaash wo meri or mai uska kl hota.
Kaash wo roothi hoti uss din to mna leta ,lakin shayd wo lautegi issi umeed mein tha .
Kaash wo umeed sachi hoti ,kaash wo meri yaadon mein lauti hoti.
Kaash wo shaam hi na hoti to  wo aaj bhi mere saath hoti.

©Naman Awasthi

#kaash

17 Love

 चाहता हैं की उस पर हों
शब्दों कि बौछार

©sychoo shayar

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तज़ुर्बा तब हुआ जब हमने ख्वाब देखे थे अपनों का पता तब चला जब अपने काम देखे थे, कल तक थी मीठी बोली जिनकी उनके आँखों मैं नफरत के रुबाब देखे थे, रिस्तेदारी भी सोच विचार से चलती गई, हम तो सबके लिए खुली किताब जैसे थे,, ak_ansha7182 ©ak_ansha7182

#Quotes  तज़ुर्बा तब हुआ जब हमने ख्वाब देखे थे
अपनों का पता तब चला जब अपने काम देखे थे,
कल तक थी मीठी बोली जिनकी उनके आँखों
मैं नफरत के रुबाब देखे थे,
रिस्तेदारी भी सोच विचार से चलती गई,
हम तो सबके लिए खुली किताब जैसे थे,,





ak_ansha7182

©ak_ansha7182

तज़ुर्बा तब हुआ जब हमने ख्वाब देखे थे अपनों का पता तब चला जब अपने काम देखे थे, कल तक थी मीठी बोली जिनकी उनके आँखों मैं नफरत के रुबाब देखे थे, रिस्तेदारी भी सोच विचार से चलती गई, हम तो सबके लिए खुली किताब जैसे थे,, ak_ansha7182 ©ak_ansha7182

12 Love

एक लकीर लिखो एक फ़कीर लिखो एम नाम लिखो कोई गुमनाम लिखो थोड़ा तुम लिखो थोड़ा हम लिखो कुछ आसमां लिखो ज़्यादा चाँद लिखो चटकते आईने लिखो मुर्झाते फूल लिखो कहीं गुलाब लिखो मिला कोई बबूल लिखो कोई ज़िक्र लिखो कोई फ़िक्र लिखो कहीं ग़म लिखो कहीं आँख नम लिखी कहीं सब बजंर लिखो कहीं बहती नदी लिखो कुछ लिखो भले थोड़ा कम लिखो ©gyan1590

 एक लकीर लिखो
एक फ़कीर लिखो
एम नाम लिखो 
कोई गुमनाम लिखो
थोड़ा तुम लिखो
थोड़ा हम लिखो
कुछ आसमां लिखो
ज़्यादा चाँद लिखो
चटकते आईने लिखो
मुर्झाते फूल लिखो
कहीं गुलाब लिखो
मिला कोई बबूल लिखो
कोई ज़िक्र लिखो 
कोई फ़िक्र लिखो
कहीं ग़म लिखो
कहीं आँख नम लिखी
कहीं सब बजंर लिखो
कहीं बहती नदी लिखो
कुछ लिखो
भले थोड़ा कम लिखो

©gyan1590

एक लकीर लिखो एक फ़कीर लिखो एम नाम लिखो कोई गुमनाम लिखो थोड़ा तुम लिखो थोड़ा हम लिखो कुछ आसमां लिखो ज़्यादा चाँद लिखो चटकते आईने लिखो मुर्झाते फूल लिखो कहीं गुलाब लिखो मिला कोई बबूल लिखो कोई ज़िक्र लिखो कोई फ़िक्र लिखो कहीं ग़म लिखो कहीं आँख नम लिखी कहीं सब बजंर लिखो कहीं बहती नदी लिखो कुछ लिखो भले थोड़ा कम लिखो ©gyan1590

12 Love

एक लकीर लिखो एक फ़कीर लिखो एम नाम लिखो कोई गुमनाम लिखो थोड़ा तुम लिखो थोड़ा हम लिखो कुछ आसमां लिखो ज़्यादा चाँद लिखो चटकते आईने लिखो मुर्झाते फूल लिखो कहीं गुलाब लिखो मिला कोई बबूल लिखो कोई ज़िक्र लिखो कोई फ़िक्र लिखो कहीं ग़म लिखो कहीं आँख नम लिखी कहीं सब बजंर लिखो कही बहती सरिता लिखो कुछ लिखो भले थोड़ा कम लिखो ©gyan1590

 एक लकीर लिखो
एक फ़कीर लिखो
एम नाम लिखो 
कोई गुमनाम लिखो
थोड़ा तुम लिखो
थोड़ा हम लिखो
कुछ आसमां लिखो
ज़्यादा चाँद लिखो
चटकते आईने लिखो
मुर्झाते फूल लिखो
कहीं गुलाब लिखो
मिला कोई बबूल लिखो
कोई ज़िक्र लिखो 
कोई फ़िक्र लिखो
कहीं ग़म लिखो
कहीं आँख नम लिखी
कहीं सब बजंर लिखो
कही बहती सरिता लिखो
कुछ लिखो
भले थोड़ा कम लिखो

©gyan1590

एक लकीर लिखो एक फ़कीर लिखो एम नाम लिखो कोई गुमनाम लिखो थोड़ा तुम लिखो थोड़ा हम लिखो कुछ आसमां लिखो ज़्यादा चाँद लिखो चटकते आईने लिखो मुर्झाते फूल लिखो कहीं गुलाब लिखो मिला कोई बबूल लिखो कोई ज़िक्र लिखो कोई फ़िक्र लिखो कहीं ग़म लिखो कहीं आँख नम लिखी कहीं सब बजंर लिखो कही बहती सरिता लिखो कुछ लिखो भले थोड़ा कम लिखो ©gyan1590

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