Cactus
  • Latest
  • Popular
  • Video

In the summer's swelter, where heat waves dance, The world is wrapped in a sunlit trance. Yet in the hum of the cooling breeze, An air conditioner whispers ease. Outside, the pavement shimmers with gold, A story of warmth in the summer told. But within these walls, a soft reprieve, The cool embrace that weaves and weaves. Through the vents, a gentle sigh escapes, Turning heat into comfort, as daylight drapes. Summer's fervor meets its match so calm, In the soothing air’s refreshing balm. As days grow long and the sun ascends, The AC’s hum a faithful friend. While summer roars in its fiery might, Inside, we savor a cool respite. ©twisha ray

#summer_vacation #trnojo107 #cactus  In the summer's swelter, where heat waves dance,  
The world is wrapped in a sunlit trance.  
Yet in the hum of the cooling breeze,  
An air conditioner whispers ease.
Outside, the pavement shimmers with gold,  
A story of warmth in the summer told.  
But within these walls, a soft reprieve,  
The cool embrace that weaves and weaves.
Through the vents, a gentle sigh escapes,  
Turning heat into comfort, as daylight drapes.  
Summer's fervor meets its match so calm,  
In the soothing air’s refreshing balm.
As days grow long and the sun ascends,  
The AC’s hum a faithful friend.  
While summer roars in its fiery might,  
Inside, we savor a cool respite.

©twisha ray

"सबसे बड़ा गरीब" वो मनुष्य होता है,सबसे बड़ा गरीब बिक चुका होता है,जिसका ज़मीर उनसे लाख गुना अच्छे है,फकीर जो जिंदादिल मन से है,बड़े अमीर वो अमीर होकर मांगते है,नित भीख जिसके दिल है,लालच के बेहद करीब भगवान के दरबार मे वो है,बड़े गरीब जो दूसरों की मांगते है,उनसे तकलीफ कहता है,साखी सुनो सब साथी मित्र दीपक ही दूर कहते है,अंधेरे के चरित्र वो व्यक्ति हरगिज हो न सकता,गरीब जिसके इरादों में तम मिटाने का इत्र वो इस दुनिया असल मे होते है,गरीब जो पैसा होकर भी उठाते है,तकलीफ़ ऐसे अमीरों से तो अच्छे होते है,गरीब जो वर्तमान में जीकर गुनगुनाते है,गीत खुद की नजर में तब बनता व्यक्ति गरीब जब खो देता है,वो मन का संतोष मीत साखी की नजर में वो होते है,बड़े गरीब जिनके पास पैसा परंतु नही,कोई मित्र ईश्वर की दृष्टि में वो है,सबसे बड़े,गरीब जिनके पास चींटी के बराबर नही,दिल जिनके विचार,गरीब वो भी कम न गरीब उनकी भी साँसों में बहती है,गरीब समीर उनकी न दिखती,आईने में कोई तस्वीर जिनके आत्म शीशे तोड़ चुके,स्वयं पथिक दुनिया मे दीन पैदा होना गुनाह नही,सुधीर गरीब मरते है,जिनके पास न कर्म तदबीर अपने कर्मों से तोड़ सकते,गरीबी जंजीर अपने खुद के कर्मों से बनती है,तकदीर जो जीता खुदी की जिंदगी,वो है,अमीर उसे आती अच्छी नींद,जो मन से है,अमीर पैसे नही तोली जा सकती,अमीरी चरित्र सम्पन्नता तब,जब सूखी रोटी लगे,अमृत बाकी तो सब जमाने बिना निशाने के तीर जिनके जिंदा है,शरीर पर बिक चुके जमीर दिल से विजय विजय कुमार पाराशर-"साखी" ©Vijay Kumar उपनाम-"साखी"

#कविता #cactus  "सबसे बड़ा गरीब"
वो मनुष्य होता है,सबसे बड़ा गरीब
बिक चुका होता है,जिसका ज़मीर
उनसे लाख गुना अच्छे है,फकीर
जो जिंदादिल मन से है,बड़े अमीर
वो अमीर होकर मांगते है,नित भीख
जिसके दिल है,लालच के बेहद करीब
भगवान के दरबार मे वो है,बड़े गरीब
जो दूसरों की मांगते है,उनसे तकलीफ
कहता है,साखी सुनो सब साथी मित्र
दीपक ही दूर कहते है,अंधेरे के चरित्र
वो व्यक्ति हरगिज हो न सकता,गरीब
जिसके इरादों में तम मिटाने का इत्र
वो इस दुनिया असल मे होते है,गरीब
जो पैसा होकर भी उठाते है,तकलीफ़
ऐसे अमीरों से तो अच्छे होते है,गरीब
जो वर्तमान में जीकर गुनगुनाते है,गीत
खुद की नजर में तब बनता व्यक्ति गरीब
जब खो देता है,वो मन का संतोष मीत
साखी की नजर में वो होते है,बड़े गरीब
जिनके पास पैसा परंतु नही,कोई मित्र
ईश्वर की दृष्टि में वो है,सबसे बड़े,गरीब
जिनके पास चींटी के बराबर नही,दिल
जिनके विचार,गरीब वो भी कम न गरीब
उनकी भी साँसों में बहती है,गरीब समीर
उनकी न दिखती,आईने में कोई तस्वीर
जिनके आत्म शीशे तोड़ चुके,स्वयं पथिक
दुनिया मे दीन पैदा होना गुनाह नही,सुधीर
गरीब मरते है,जिनके पास न कर्म तदबीर
अपने कर्मों से तोड़ सकते,गरीबी जंजीर
अपने खुद के कर्मों से बनती है,तकदीर
जो जीता खुदी की जिंदगी,वो है,अमीर
उसे आती अच्छी नींद,जो मन से है,अमीर
पैसे नही तोली जा सकती,अमीरी चरित्र
सम्पन्नता तब,जब सूखी रोटी लगे,अमृत
बाकी तो सब जमाने बिना निशाने के तीर
जिनके जिंदा है,शरीर पर बिक चुके जमीर
दिल से विजय
विजय कुमार पाराशर-"साखी"

©Vijay Kumar उपनाम-"साखी"

#cactus गरीब

13 Love

#rajniti #Quotes #shayri #qoutes #cactus #viral  लूटो! लूटो! लूटो!
सब तरफ से लूटो 
हर तरफ से लूटो 
टेक्स्ट के नाम पर लूटो
पीएम केयर फंड के नाम से लूटो 
कस्टम के नाम से लूटो
इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम से लूटो 
ED के नाम पर लूटो 
जनधन खाता के नाम से लूटो 
फॉर्म अप्लाई के नाम से लूटो
कर्ज माफी करके लूटो 
NPS के नाम से लूटो
विदेशों से कर्जा लूटो

लूटो लूटो मौज उड़ाओ
धर्म है खतरे में बतलाओ 
विकास करेंगे विकास करेंगे
सब्जबाग बस ये दिखलाओ
समृद्ध भारत, विकसित भारत 
जोर-जोर नारे लगवाओ
मोदी की गारंटी देखकर
जुमले की बारिश करवाओ 
जब सब कुछ हो जाए द एंड 
झोला उठाओ भाग जाओ।

©Vijay Vidrohi
#సస్పెన్స్ #cactus  దేశ దేశాల సామెతలు:-
------------------------
అప్పు ఇచ్చినవాడి దగ్గర అసహనం పనికి రాదు-రోమన్

నీ చివరి రోజు భయమూలేదూ,కోరికాలేదు-రోమన్

వయసు ముఖంపై ముడతలు తెస్తుంది.నిరుత్యహం ఆత్మకు ముడతలు తెస్తుంది-డేనిష్

ప్రణయానికి కాలం విలువ తెలియదు,కాలానికి ప్రణయం విలువ తెలియదు-ఫ్రెంచ్

©VADRA KRISHNA

#cactus

144 View

#मीम #cactus  *सम्बन्ध एक खूबसूरत इमारत की तरह होते हैं,*

*यदि कभी कभार हल्की - फुल्की दरारें नज़र आएं तो,*

*तो उनकी मरम्मत की जाती है, इमारत नहीं ढहाई जाती!!*
       

            *सुप्रभात*
*आपका दिन मंगलमय हो*

©KRISHNA

#cactus

117 View

सरकार की कुछ उपलब्धियां 1. मुझे 100 दिन दे दो, देश को सुधार दूंगा , 10 साल हो गए अब तक नहीं सुधरा। 2. सबके खाते में 15-15 लाख आऐंगे, उल्टा नोटबंदी करके लोगो के घरों में से जमा पैसे भी निकलवा लिए, । 3. किसानों का आय दोगुनी कर देंगे 10 साल में तीन बार किसान आंदोलन हो चुके हैं एमएसपी के लिए। 4. शिक्षा सुधार देंगे..हजारों स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई है। 5. हर साल 2 लाख रोजगार देंगे.. बेरोजगारी दर बढ़कर चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। छात्र व बेरोजगार आंदोलन कर रहे हैं। 6. देश की सुरक्षा मजबूत होगी.. हर रोज आतंकवादी हमले हो रहे हैं , चीन हजारों किलोमीटर तक कब्जा कर चुका है, यहां तक की संसद पर भी हमला हुआ। 7. प्रति व्यक्ति आय बढ़ा देंगे.. अर्थव्यवस्था मजबूत कर देंगे आय तो बढ़ी नहीं बल्कि रिजर्व बैंक का सारा पैसा और सोना भी निकल लिया। व देश का गुल्लक खाली कर दिया। 8. रिजर्व कैटेगरी का आरक्षण खत्म कर रहे हैं और बिना मांगे स्वर्ण को 10% रिजर्वेशन अलग से दे दिया। ©Vijay Vidrohi

#जुमलेबाज  सरकार की कुछ उपलब्धियां
 1. मुझे 100 दिन दे दो, देश को सुधार दूंगा ,
10 साल हो गए अब तक नहीं सुधरा।
2. सबके खाते में 15-15 लाख  आऐंगे, उल्टा नोटबंदी करके 
लोगो के घरों में से जमा पैसे भी निकलवा लिए, । 
3. किसानों का आय दोगुनी कर देंगे 
10 साल में तीन बार किसान आंदोलन हो चुके हैं एमएसपी के लिए।
4. शिक्षा सुधार देंगे..हजारों स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई है।
5. हर साल 2 लाख रोजगार देंगे.. 
बेरोजगारी दर बढ़कर चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।
 छात्र व बेरोजगार आंदोलन कर रहे हैं।
6. देश की सुरक्षा मजबूत होगी..
हर रोज आतंकवादी हमले हो रहे हैं , 
चीन हजारों किलोमीटर तक कब्जा कर चुका है, 
यहां तक की संसद पर भी हमला हुआ।
7. प्रति व्यक्ति आय बढ़ा देंगे.. 
अर्थव्यवस्था मजबूत कर देंगे आय तो बढ़ी नहीं 
बल्कि रिजर्व बैंक का सारा पैसा और सोना भी निकल लिया।
व देश का गुल्लक खाली कर दिया।
8. रिजर्व कैटेगरी का आरक्षण खत्म कर रहे हैं और
 बिना मांगे स्वर्ण को 10% रिजर्वेशन अलग से दे दिया।

©Vijay Vidrohi
Trending Topic