मौत सामने खड़ी है हम अनजान बन रहे हैं
अपनी जिंदगी लगाकर दांव पर
हम कौन सा काम कर रहे हैं
क्या जाता है तेरा, तू भी सहयोग कर
मैदानों को छोड़कर, घर पर ही योग कर।
मिला है तुझको भी मौका
क्रांति में ज्वाला, घर से ही भरने का
देश के लिए कुछ करने का
देश के लिए कुछ करने का
कोरोना को हराना है घर से बाहर नहीं जाना है