"साथिया...क्या तूने कह दिया
बिन तेरे ना धड़के जिया
तू मेरी है जिंदगी ,
करती हूँ तेरी बन्दगी
नाम तेरे ही खुद को
मैने कर दिया।।
साथिया ...क्या तूने कह दिया
बिन तेरे बंजर सी लगती है मुझको जमीं
बिन तेरे सांसे भी लगे जैसे मुझको थमी
तूने जब मुझे अपनी चाहत से है भर दिया।।
साथिया...क्या तूने कह दिया
बिन तेरे ना धड़के जिया।।
----आरज़ू-राजपूत
©Aarzoo Rajput
"