"सबब मिलेगा मोहब्बत का शायद!
दिल में ये सवाल बाकी है।
उसे अब भी है मोहब्बत मुझसे
दिल में ये ख्याल बाकी है।
वफाएं तो तुझसे ही रही मेरी
मेरी तुझसे बेवफ़ाई बाकी है।
जिंदगी मान बैठा था दिल तुझे
जीने की अब गुंजाइश बाकी है।"
सबब मिलेगा मोहब्बत का शायद!
दिल में ये सवाल बाकी है।
उसे अब भी है मोहब्बत मुझसे
दिल में ये ख्याल बाकी है।
वफाएं तो तुझसे ही रही मेरी
मेरी तुझसे बेवफ़ाई बाकी है।
जिंदगी मान बैठा था दिल तुझे
जीने की अब गुंजाइश बाकी है।