गीता का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ जिनमें अकड़ होती हैं और जो झुक कर और विनम्रता नहीं जानते वे इंसान उन पेड़ों की भांति होते हैं जो जरा सी आंधी में ही टूट जाते हैं लेकिन जो पेड़ लेचीले होते हैं वे हवा के रुख के हिसाब से झुक जाते हैं वे ज्यादा समय तक चलते हैं
©kunti sharma
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