क्या करे मोहब्बत होती ही कुछ ऐसी है।
उनकी यादों में उन्हीं की बातों में हमे खोए रखती है।
मोहब्बत कुछ ऐसा एहसास दिलाती है।
सभी का साथ होते हुए भी नज़ाने क्यूं ये आंखें फिर भी उन्हीं को तलाशती है।
जिंदगी में मोहब्बत कुछ ऐसा रंग बिखेरती है।
मानो जैसे ये दो जिस्म को एक जान बनाती है।
मोहब्बत दुनियां में कुछ तो नया मोड़ लाती है।
जैसे टूटे दिल को यह फिर से जीने की चाहत दिलाती है।
इस दिल को हमारा होते हुए भी उन्ही के नाम कराती है।
क्या करे मोहब्बत होती ही कुछ ऐसी है।
©Harshita Garg
#lovetaj