Harshita Garg

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हम अपनी मोहब्बत को मोहब्बत से मोहब्बत करवाने चले थे। हम अपनी मोहब्बत को मोहब्बत से मोहब्बत करवाने चले थे। मगर गुस्ताखी यह हो गई कि हम उस मोहब्बत को अपनी आदत बना बैठे। मसला इस बात का नहीं कि हम अपनी मोहब्बत को हमसे मोहब्बत ना करवा पाए। मसला इस बात का नहीं कि हम अपनी मोहब्बत को हमसे मोहब्बत ना करवा पाए। शिकायत तो यह हुई कि हमारी मोहब्बत अपनी मोहब्बत से रियाजेयत करने के मतलब में हमसे किसी और की आदत ना लगाने का तौफिक दे कर चले गए। ©Harshita Garg

#Quotes #Moon  हम अपनी मोहब्बत को मोहब्बत से मोहब्बत करवाने चले थे।
हम अपनी मोहब्बत को मोहब्बत से मोहब्बत करवाने चले थे।
मगर गुस्ताखी यह हो गई कि हम उस मोहब्बत को अपनी आदत बना बैठे।

मसला इस बात का नहीं कि हम अपनी मोहब्बत को हमसे मोहब्बत ना करवा पाए।
मसला इस बात का नहीं कि हम अपनी मोहब्बत को हमसे मोहब्बत ना करवा पाए।
शिकायत तो यह हुई कि हमारी मोहब्बत अपनी मोहब्बत से रियाजेयत करने के मतलब में हमसे किसी और की आदत ना लगाने का तौफिक दे कर चले गए।

©Harshita Garg

#Moon

15 Love

कहते हैं कि इश्क़ का सच्चा होना ज़रूरी है पर उसके साथ साथ वही इश्क़ का कामिल होना भी तो ज़रूरी है एसमे इन्कार नहीं कि अधुरी मोहब्बत एक खुबसूरत एहसास दे कर जाती है पर इंशाल्लाह: जो मंज़िल मोहब्बत के मुकम्मल होने पर मिलती है वो अधुरी कहानी में सिर्फ़ एक तरफा सफ़र ही बन कर रह जाती है माना यह एक तरफा इश्क़ में जुनून होता है पर अगर वो चाहत बन जाए तो उसमे सुकून मिल ही जाता है मोहब्बत को मोहब्बत के रंग में रंग कर चली जाती है यह तौषक कुछ ऐसे ही दो दिलों को एक जान का नाम दे जाती है।

#Bloom  कहते हैं कि इश्क़ का सच्चा होना ज़रूरी है 
पर उसके साथ साथ वही इश्क़ का कामिल होना भी तो ज़रूरी है 
एसमे इन्कार नहीं कि अधुरी मोहब्बत एक खुबसूरत एहसास दे कर जाती है
पर इंशाल्लाह: जो मंज़िल मोहब्बत के मुकम्मल होने पर मिलती है वो अधुरी कहानी में सिर्फ़ एक तरफा सफ़र ही बन कर रह जाती है 
माना यह एक तरफा इश्क़  में जुनून होता है 
पर अगर वो चाहत बन जाए तो उसमे सुकून मिल ही जाता है 
मोहब्बत को मोहब्बत के रंग में रंग कर चली जाती है
यह तौषक कुछ ऐसे ही दो दिलों को एक जान का नाम दे जाती है।

#Bloom

13 Love

गलती कुछ हमारी ही थी हमने उम्मीद ही कुछ ऐसी लगाई थी हम तो तलाश कर रहे थे आपकी मोहब्बत की मगर आपने तो पुरी शिद्दत से दोस्ती निभाई थी। ©Harshita Garg

#holdinghands  गलती कुछ हमारी ही थी
हमने उम्मीद ही कुछ ऐसी लगाई थी
हम तो तलाश कर रहे थे आपकी मोहब्बत की
मगर आपने तो पुरी शिद्दत से दोस्ती निभाई थी।

©Harshita Garg

#holdinghands

10 Love

यूँ इस कदर आज तुम्हारी याद आ रही थी। जैसे ये आँखें तुमसे एक बार फिर मिलने की ख्वाइश जता रहीं थी। वो तुम्हारे अल्फाज़, वो हमारे अफसाने, माशल्लाह क्या ही उन में बात थी। आज भी बिना तुम्हारा नाम लिए, मेरी महफ़िल में सिर्फ़ तुम्हारी ही बात थी। किसे पता था वो मुलाक़ात हमारी इस जन्म की आखरी मुलाकात थी। अगर मंज़िल हमारी अलग ही होनी थी तो कमभख्त यह किस्मत हमें क्यूं इस क़दर मिला बैठी थी। ख्वाबों में तो हर रोज़ मिलते हो, मगर आज आखरी बार मिलने की मुराद दिल की थी। पुछना था तुमसे कि मोहब्बत सिर्फ हमने की थी या वफायी तुम्हारी तरफ़ से भी थी। ©Harshita Garg

 यूँ इस कदर आज तुम्हारी याद आ रही थी।
जैसे ये आँखें तुमसे एक बार फिर मिलने की ख्वाइश जता रहीं थी।
वो तुम्हारे अल्फाज़, वो हमारे अफसाने, माशल्लाह क्या ही उन में बात थी।
आज भी बिना तुम्हारा नाम लिए, मेरी महफ़िल में सिर्फ़ तुम्हारी ही बात थी।
किसे पता था वो मुलाक़ात हमारी इस जन्म की आखरी मुलाकात थी।
अगर मंज़िल हमारी अलग ही होनी थी तो कमभख्त यह किस्मत हमें क्यूं इस क़दर मिला बैठी थी।
ख्वाबों में तो हर रोज़ मिलते हो, मगर आज आखरी बार मिलने की मुराद दिल की थी।
पुछना था तुमसे कि मोहब्बत सिर्फ हमने की थी या वफायी तुम्हारी तरफ़ से भी थी।

©Harshita Garg

#Love

4 Love

क्या करे मोहब्बत होती ही कुछ ऐसी है। उनकी यादों में उन्हीं की बातों में हमे खोए रखती है। मोहब्बत कुछ ऐसा एहसास दिलाती है। सभी का साथ होते हुए भी नज़ाने क्यूं ये आंखें फिर भी उन्हीं को तलाशती है। जिंदगी में मोहब्बत कुछ ऐसा रंग बिखेरती है। मानो जैसे ये दो जिस्म को एक जान बनाती है। मोहब्बत दुनियां में कुछ तो नया मोड़ लाती है। जैसे टूटे दिल को यह फिर से जीने की चाहत दिलाती है। इस दिल को हमारा होते हुए भी उन्ही के नाम कराती है। क्या करे मोहब्बत होती ही कुछ ऐसी है। ©Harshita Garg

#lovetaj #Quotes  क्या करे मोहब्बत होती ही कुछ ऐसी है।
उनकी यादों में उन्हीं की बातों में हमे खोए रखती है।
मोहब्बत कुछ ऐसा एहसास दिलाती है।
सभी का साथ होते हुए भी नज़ाने क्यूं ये आंखें फिर भी उन्हीं को तलाशती है।
जिंदगी में मोहब्बत कुछ ऐसा रंग बिखेरती है।
मानो जैसे ये दो जिस्म को एक जान बनाती है।
मोहब्बत दुनियां में कुछ तो नया मोड़ लाती है।
जैसे टूटे दिल को यह फिर से जीने की चाहत दिलाती है।
इस दिल को हमारा होते हुए भी उन्ही के नाम कराती है।
क्या करे मोहब्बत होती ही कुछ ऐसी है।

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#lovetaj

2 Love

यह मोहब्बत यह बेशुमार प्यार हमारी किस्मत में कहां यह मोहब्बत यह बेशुमार प्यार हमारी किस्मत में कहां यह दिल किसी पे आना था तो आ गया अब इस में करे भी तो हम क्या। हाय यह कम्भक्त इश्क़ आज यूं इस राह पे आके थम गया हाय यह कम्भक्त इश्क़ आज यूं इस राह पे आके थम गया मांगा था जिसको पुरी कायनात से वही हमे इस बेदर्द दुनियां में नज़ाने क्यूं मदहोश छोड़ गया। क्यूं दिल लगा बैठते है हम उनसे जिससे कोई वफ़ा की उम्मीद नहीं होती क्यूं दिल लगा बैठते हम उनसे जिससे कोई वफ़ा की उम्मीद नहीं होती यह तो सच है के धोखा देने वालों की कभी फितरत ही नहीं बदलती। थम सी गई है ज़िंदगी हमरी उनके यूं चले जाने से थम सी गई है ज़िंदगी हमरी उनके यूं चले जाने से या खुदा मिलादे फिर से हमारी उस जीने की वजह से। अभी भी दिल में उनकी यादें समाई हैं अभी भी दिल में उनकी यादें समाई हैं दिल धड़कता है उनके नाम का बस यही तो कठिनाई है। जाते जाते एक छोटी सी बात हमारी भी सुनते जाइए जाते जाते एक छोटी सी बात हमारी भी सुनते जाइए कभी किसी से बेइंतीन्ह मोहब्बत करने की गलती ना दोहराइए। हजारों ही दिल टूटते है इस ज़ालिम दुनियां में हजारों ही दिल टूटते है इस ज़ालिम दुनियां में फिर भी नज़ाने बेवफ़ा से वफ़ा की उम्मीद हम अभी भी लगाए बैठते हैं...! ©Harshita Garg

#mohabbat #pyaar  यह मोहब्बत यह बेशुमार प्यार हमारी किस्मत में कहां
यह मोहब्बत यह बेशुमार प्यार हमारी किस्मत में कहां
यह दिल किसी पे आना था तो आ गया अब इस में करे भी तो हम क्या।
हाय यह कम्भक्त इश्क़ आज यूं इस राह पे आके थम गया
हाय यह कम्भक्त इश्क़ आज यूं इस राह पे आके थम गया
मांगा था जिसको पुरी कायनात से वही हमे इस बेदर्द दुनियां में नज़ाने क्यूं मदहोश छोड़ गया।
क्यूं दिल लगा बैठते है हम उनसे जिससे कोई वफ़ा की उम्मीद नहीं होती
क्यूं दिल लगा बैठते हम उनसे जिससे कोई वफ़ा की उम्मीद नहीं होती
यह तो सच है के धोखा देने वालों की कभी फितरत ही नहीं बदलती।
थम सी गई है ज़िंदगी हमरी उनके यूं चले जाने से
थम सी गई है ज़िंदगी हमरी उनके यूं चले जाने से
या खुदा मिलादे फिर से हमारी उस जीने की वजह से।
अभी भी दिल में उनकी यादें समाई हैं 
अभी भी दिल में उनकी यादें समाई हैं
दिल धड़कता है उनके नाम का बस यही तो कठिनाई है।
जाते जाते एक छोटी सी बात हमारी भी सुनते जाइए
जाते जाते एक छोटी सी बात हमारी भी सुनते जाइए
कभी किसी से बेइंतीन्ह मोहब्बत करने की गलती ना दोहराइए।
हजारों ही दिल टूटते है इस ज़ालिम दुनियां में 
हजारों ही दिल टूटते है इस ज़ालिम दुनियां में 
फिर भी नज़ाने बेवफ़ा से वफ़ा की उम्मीद हम अभी भी लगाए बैठते हैं...!

©Harshita Garg

#Love #pyaar #mohabbat

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