White हर लफ़्ज के तमाम म'आनी में हम भी थे
क्या दौर था कि तेरी कहानी में हम भी थे
उठती है एक कसक तेरी तस्वीरें देखकर
ताज़ा में हम नहीं हैं पुरानी में हम भी थे
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©बाबा ब्राऊनबियर्ड
तू आम सा ना जान हमें ए हसीन शक्स
जैसा तू अब है वैसे जवानी में हम भी थे
सैलाब ए गम में ना जाने कहां बह गए वो दिन
ज़ब तू भी मौज में था, रवानी में हम भी थे
- रहमान फ़ारिस