White जो समझते नही व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध को
चार दिवारी और भीड़ में नेताओं की बहस को
वो मान लेते हैं कि दो नेता एक दूसरे का विरोधी है
पर मैंने कभी नही सुना
किसी नेता के मुख से की उसके व्यक्तिगत संबंध
किसी और नेता या विपक्ष के साथ बुरे है
भला ये कहते जरूर सुना की राजनीतिक संबंध बनते और बिगड़ते रहते है
नेता सत्ता की सुख भोगते
जनता अपनो में ही क्लेश करते
गया राम आया राम
पलटू राम का उदाहरण चलते रहते
जनता अपनों में व्यक्तिगत संबंध बिगाड़ कर रखते
नेताओ का पल भर का विचार
दुश्मनी ,दंगा, नफरत,
जनता के जहन में भरते
काश!की जनता भी व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध आपस मे रखते ।
©Arun kr.
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