कोरोना की रात गहरी है जागना है हमको सामने सुबह सुन
"कोरोना की रात गहरी है
जागना है हमको
सामने सुबह सुनहरी है
चलना है तुझको डटकर
राह चुनी है तूने हटकर
माना राह वीरानी है
बस थोड़ी दूर मंजिल
हर कदम पर दूरी घटती जानी है"
कोरोना की रात गहरी है
जागना है हमको
सामने सुबह सुनहरी है
चलना है तुझको डटकर
राह चुनी है तूने हटकर
माना राह वीरानी है
बस थोड़ी दूर मंजिल
हर कदम पर दूरी घटती जानी है