आंसू तू बेशक पानी है...
इन आंखों से तू निकला है
ना जाने क्यों तू पिघला है
चल रहा था तू उम्मीदों पर
लग रहा आज तू फिसला है
तुझे देख कह रहे लोग यहां
झूठी सी तेरी कहानी है
आंसू तू बेशक पानी है...
वो वादें तो कुछ पल के थे
वो यादें बीते कल के थे
बन के पत्थर बस गुम हो जा
जज़्बात यहां तेरे हल्के थे
तू मर के जिए तो अच्छा
यही प्यार की निशानी है
आंसू तू बेशक पानी है ...
मनीष यादव (Writer)
#आंसू तू बेशक पानी है
#writer_Manish_Yadav