बेटा तुझको चाहिए मां
बेटी क्यों है पराई मां
हक मेरा जीने का दे दो
बेटी क्यों है पराई मां....
तेरे आंसू देख ना पाऊं
तुझमें ही तो जीती हूं
मेरे गम मुझमें ही रहते
ना किसी से कहती हूं
जो भी मिला खुशियां उसमे है
फिर सजा क्यों पाई मां...
हक मेरा जीने का दे दो
बेटी क्यों है पराई मां....
Writer Manish Yadav
खुद को खुद से तरासने में लगा हूं,
अब उम्मीदों का जमाना नहीं रहा...✍️
#writer Manish Yadav
7 Love
कोई कहता है कि एक नादान हैं हम
कोई कहता है कि किसी की जाना हैं हम
कोई कहता है कि तूमसे परेशान हैं हम
कोई कहता है कि यहा केे मेहमान हैं हम
और कोई कहता है कि आने वाले कल की पहचान हैं हम
हमे नही मालूम की क्या है हम
क्यूंकि अभी तो बस हमारे दोस्तों की नन्ही सी जान है हम
चाहकर भी कोई जुदा नहीं कर सकता हमें हमारे दोस्तों से
क्यूंकि इस दुनिया मे किसी में भी नही है इतना दम
- Writer Shagun Maurya
कोई कहता है कि एक नादान हैं हम
कोई कहता है कि किसी की जाना हैं हम
कोई कहता है कि तूमसे परेशान हैं हम
कोई कहता है कि यहा केे मेहमान हैं हम
और कोई कहता है कि आने वाले कल की पहचान हैं हम
हमे नही मालूम की क्या है हम
क्यूंकि अभी तो बस हमारे दोस्तों की नन्ही सी जान है हम
चाहकर भी कोई जुदा नहीं कर सकता हमें हमारे दोस्तों से
क्यूंकि इस दुनिया मे किसी में भी नही है इतना दम
- Writer Shagun Maurya
8 Love
आंसू तू बेशक पानी है...
इन आंखों से तू निकला है
ना जाने क्यों तू पिघला है
चल रहा था तू उम्मीदों पर
लग रहा आज तू फिसला है
तुझे देख कह रहे लोग यहां
झूठी सी तेरी कहानी है
आंसू तू बेशक पानी है...
वो वादें तो कुछ पल के थे
वो यादें बीते कल के थे
बन के पत्थर बस गुम हो जा
जज़्बात यहां तेरे हल्के थे
तू मर के जिए तो अच्छा
यही प्यार की निशानी है
आंसू तू बेशक पानी है ...
मनीष यादव (Writer)
आंसू तू बेशक पानी है...
इन आंखों से तू निकला है
ना जाने क्यों तू पिघला है
चल रहा था तू उम्मीदों पर
लग रहा आज तू फिसला है
तुझे देख कह रहे लोग यहां
झूठी सी तेरी कहानी है
आंसू तू बेशक पानी है...
वो वादें तो कुछ पल के थे
वो यादें बीते कल के थे
बन के पत्थर बस गुम हो जा
जज़्बात यहां तेरे हल्के थे
तू मर के जिए तो अच्छा
यही प्यार की निशानी है
आंसू तू बेशक पानी है ...
मनीष यादव (Writer)
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