I want our India...
एक जन्मा बालक,बन बैठा महामानव
जात पात की बेरिया जिसे जकड़ ना सका,
कलम बनी जिनकी ताकत जिसे कोई ,
उड़ने से रोक ना सका,
जो हक धर्म ना दे सका,
बनाकर वो नियम सबको समान जीना सिखाया,
टुकड़ी टुकड़ी में बटे समाज को,
एक माले में पिरोकर साथ रहना सिखाया,
जिसने नही कोशा ईश्वर के विधान को,
उसने स्वयं स्थापित किया सत्य के संविधान को,
सत सत नमन हैं उन महान् इंसान को 2
©Pradip Prasad
#Ambedkar