White पलट कर देखता हूं जब गुजरे हुए जीवन के पन्नों को,
कई खिस्से हैँ बचपन के हैँ बचपन मे ले जाते
कभी मैं मुस्कुराता हूं तो कभी मैं खिलखिलाता हूं,
कई पन्ने जो जीवन के,जिसे जीना नहीं चाहता
सहम जाता हूं मैं जब वो पल याद आते हैँ,
जब खुल जाते है कुछ पन्ने अपनी दोस्ताना के
जी करता है जी लूँ वही आवारगी भरा पल
बहुत कुछ छुट् गया पीछे कई पन्ने जताते हैँ
अब तो वो यादों के गुलदस्ते बन,
कभी गुदगुडाते हैँ कभी नयन नम कर जाते हैँ l
©Yogesh Vikrant
यादों के पन्ने