#भक्तिकाल के शिरोमणि ,#निर्गुणभक्ति (सन्त काव्य) धारा के प्रखर #कवि व अगुवा ,श्रेष्ठ विचारक और समाज सुधारक ,हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक पुरुष,फक्कड़-अल्हड़ ,जनकवि, लोगो से खरी-खरी कहने वाले महामानव #संतकबीरदासजी आजीवन समाज और लोगों के बीच व्याप्त आडंबरों पर कुठाराघात करते रहे। उनके विचार आदर्श सदैव हम सभी को प्रेरित करते रहे हैं,रहेंगे।
आज #ज्येष्ठपूर्णिमा 2022,#संतकबीरजयंती624वें जन्मदिवस पर उन्हें कोटिशः नमन।🙏🙏🌅
"हमन है इश्क मस्ताना हमन को होशियारी क्या"
जिन्होंने संसार को इंसानियत से इश्क़ करना सिखाया।
"पोथी पढ़-पढ़ जग मुआ,पण्डित भया न कोय।
ढाई आख़र प्रेम का , पढ़े सो पण्डित होय।।"
- #कबीर
पुनः
#कबीरदास की जयंती पर उन्हें अशेष प्रणाम।🙏🙏🙏🙏
🙏@महेन्द्र
©Mahendra
#KabirJayanti