अब और किसी के कांधों पर चढ़कर अंबर की ऊंचाई ना चाहूंगा । मैं मिट्टी का था मिट्टी का हूॅं मैं मिट्टी का ही बनकर रहना चाहूंगा।। अम्बिका मिश्र'प्रखर' ©अम्बिका मिश्र प्रखर #Haqiqat Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto