अम्बिका मिश्र प्रखर

अम्बिका मिश्र प्रखर Lives in Chitrakoot Dham, Uttar Pradesh, India

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White बिछड़ते वक्त और रुकते मैं तुमको निहार लेता तुम्हारी उलझी लटों को मैं इकदफा संवार लेता यूँ तो घिरा ही रहता हूं हरदम महफिलों में मैं टीस है कोई तो होता जो मुझको पुकार लेता ©अम्बिका मिश्र प्रखर

#कविता #good_night  White 
बिछड़ते वक्त और रुकते मैं तुमको निहार लेता 
तुम्हारी उलझी लटों को मैं इकदफा संवार लेता
यूँ तो घिरा ही रहता हूं हरदम महफिलों में मैं 
टीस है कोई तो होता जो मुझको पुकार लेता

©अम्बिका मिश्र प्रखर

#good_night

14 Love

White और के कंधों पर चढ़कर अंबर मत ताका कर प्यारे। हर ऊंचाई है तुझसे कमतर ये मत आंका कर प्यारे।। ©अम्बिका मिश्र प्रखर

#शायरी #Sad_Status #Jindagi #Haqiqat  White और के कंधों पर चढ़कर अंबर मत ताका कर प्यारे।
हर ऊंचाई है तुझसे कमतर ये मत आंका कर प्यारे।।

©अम्बिका मिश्र प्रखर

White सब जिनके लिये झोलियॉं फैलाये हुए हैं वो रंग मेरी ऑंख के ठुकराये हुए हैं। एक तुम हो कि शोहरत की हवस ही नहीं जाती एक हम हैं कि हर शोर से उकताये हुए हैं। -अज्ञात ©अम्बिका मिश्र प्रखर

#शायरी #good_night  White सब जिनके लिये झोलियॉं फैलाये हुए हैं
वो रंग मेरी ऑंख के ठुकराये हुए हैं।
एक तुम हो कि शोहरत की हवस ही नहीं जाती
एक हम हैं कि हर शोर से उकताये हुए हैं।
-अज्ञात

©अम्बिका मिश्र प्रखर

#good_night

17 Love

White यार हमसे कितनी नादानियां हो जाया करती हैं पहले पहले प्यार में। फिर उम्रभर की परेशानियां बढ जाया करती हैं पहले पहले प्यार में। ©अम्बिका मिश्र प्रखर

#पहलाप्यार #शायरी #GoodMorning #pehlapyaar #pehlaishq  White यार हमसे कितनी नादानियां हो जाया करती हैं पहले पहले प्यार में। 
फिर उम्रभर की परेशानियां बढ जाया करती हैं पहले पहले प्यार में।

©अम्बिका मिश्र प्रखर

अब और किसी के कांधों पर चढ़कर अंबर की ऊंचाई ना चाहूंगा । मैं मिट्टी का था मिट्टी का हूॅं मैं मिट्टी का ही बनकर रहना चाहूंगा।।                     अम्बिका मिश्र'प्रखर' ©अम्बिका मिश्र प्रखर

#शायरी #Haqiqat  अब और किसी के कांधों पर चढ़कर अंबर की ऊंचाई ना चाहूंगा ।
मैं मिट्टी का था मिट्टी का हूॅं मैं मिट्टी का ही बनकर रहना चाहूंगा।।
                    अम्बिका मिश्र'प्रखर'

©अम्बिका मिश्र प्रखर

#Haqiqat

16 Love

#प्रेम #कविता
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