मैराथन
ये मैराथन का शोर है, फैला चारो ओर है
दिल मांगे सबके मोर है, मेडल पाने की ये होड़ है
तो ध्यान लगा और जान लगा -2
करके पूरी कोशिश अपनी आन लगा
मौका है, दस्तूर है,
टाइम भी प्रचुर
करले इसका तू उपयोग सही
मिले ना फिर संयोग कही
चाहे कोई कितना खिचे है
ना रहना तुझको पीछे है
अधियारों से लड़ता जा,
तू आगे खुद से बढता जा
फिर धीरे धीरे रफ्तार बढा -2
और जीत का आधार बढा
तो दौड़ दौड़ , तू भाग भाग
तो दौड़ दौड़ , तू भाग भाग
जलाके अंदर आग आग,
दिखा दे अपनी चाल चाल
तुझे पंख फैलाये उड़ना है,
बस कुछ पल मे ही खिलना है
मिलेगी एक पहचान नयी
होगा फिर सम्मान यही
बनके विजेता, शिलालेख पे लिख जायेगा
और दुनिया को लीजेंट नया, तुझमे ही मिल जाएगा
तो दौड़ दौड़, तू भाग भाग
जलाके अंदर आग आग,
दिखा दे अपनी चाल चाल
तो दौड़ दौड़, तू भाग भाग
रचयिता
रवि कान्त शाह
#Marathon
#Manipalmarathon