Dear Society ऊपर ही ऊपर मुस्कुराते हैं वो,
कपट तो उनके अंदर है।
बातों में मिठास है झरनों की,
दिल में नमक़ीन समंदर है।
रविकुमार
©Ravi Kumar Panchwal
ऊपर ही ऊपर मुस्कुराते हैं वो,
कपट तो उनके अंदर है।
बातों में मिठास है झरनों की,
दिल में नमक़ीन समंदर है।
रविकुमार