#Pehlealfaaz मेरे #पहले_अल्फ़ाज़ उस कलम के नाम जिसने मुझे दी एक नई पहचान।
जब मैं लिखने बैठता हूँ,
ये कलम रूकती नहीं।
जब मैं कहता हूँ ठहर जा,
ये कलम बढ़ती नहीं।
जब मैं लिखता हूँ 'फ़साने',
ये कलम चलती नहीं।
जब मैं लिखता हूँ 'तराने',
ये कलम थकती नहीं।
इस कलम की क्या है हसरत,
ये कलम कहती नहीं।
#Pehlealfaaz