I regret ज़िस्म की गिरवीं इमारत रखी है, लहू से ऐसे भी इबारत लिखी है। वो जिस घर का बँटबारा कर रहें हैं, हर ईंट में पसीने की सूरत दिखी है। Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto