आज हवाएं, तूफांन से रूबरू हो जाएंगी,
कश्तियों की सभी बलाएँ दूर हो जाएंगी।
3 Love
हसरतें अधूरी तो ख़्वाब भी भरपूर निकले,
सरे गम मुस्कराना,कितने मजबूर निकले।
अब फासलों पर भी भरोसा करें तो कैसे,
जो पास थे दिलके वह बहुत दूर निकले।
अब यकीं पर भी यकीं होता नहीं ,उनके,
फैसले कत्ले दिल के मेरे सब मंज़ूर निकले।
वह क़ातिल हैं, ज़माने को ख़बर थी,,मगर,
पर हमीं पाक-ए-नज़र दिले दस्तूर निकले।
हसरतें अधूरी तो ख़्वाब भी भरपूर निकले,
सरे गम मुस्कराना,कितने मजबूर निकले।
अब फासलों पर भी भरोसा करें तो कैसे,
जो पास थे दिलके वह बहुत दूर निकले।
अब यकीं पर भी यकीं होता नहीं ,उनके,
फैसले कत्ले दिल के मेरे सब मंज़ूर निकले।
वह क़ातिल हैं, ज़माने को ख़बर थी,,मगर,
पर हमीं पाक-ए-नज़र दिले दस्तूर निकले।
2 Love
कुछ नफ़रतें तो कुछ प्यार अच्छा लगा,
आंखों को तेरा इंतज़ार
झूठ बोलकर मोहब्बत करने बाले
सच कहूँ तो तेरा एतबार अच्छा लगा।
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