#zahil aur gawar ho jau
बारिश की बरसती बूंदों से यूँ तो मुझे डर लगता था ,
पर तेरे साथ ने उसमें भीगना सिखा दिया,
लिखे थे नाम रेत पे कभी जो साथ बैठके ,
उन नामो को तूने अपने हाथों से मिटा दिया ,
मिटाने से नाम रेत पे प्यार कहाँ कम होता है ,
मेरे दिल से भी मिटादे तू तेरा नाम तो में तेरा कर्ज़दार हो जाऊँ,
लौट जाऊँ अपनी उसी दुनिया मे वापिस ,और फिर से ज़ाहिल और गवार हो जाऊँ
✍️मयंक
#nojoto
jahilaur gawar ho jau