फिर चीरहर्ण हुआ, फिर वस्त्र उतारे गए.....
युग बदल गए, लेकिन राक्षस अभी भी वही पहचाने गए...//
इस बार द्रोपति की गुहार पर कान्हा नही आए....
लेकिन आर्यवर्त में, नए दूसासन पहचाने गए.....//
पहचानी तो गई धरती वही है, अर्जुन और वासुदेव वाली,
लेकिन अफ़सोस, इस द्रोपत्ति के अपमान के लिए,
मोमबत्ती उठाई गई,
महाभारत के लिए...., हथियार नहीं उठाए गए....//
फिर चीरहर्ण हुआ, फिर वस्त्र उतारे गए.....
युग बदल गए, लेकिन राक्षस वही पुराने पहचाने गए...//
©Molu Writer
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