White त्योहार पर घर ना जाने का पीर कहूं या घाव कहू | हिंदी शायरी

"White त्योहार पर घर ना जाने का पीर कहूं या घाव कहूं... कुछ बनने की होड़ का धीर कहूं या छांव कहूं... जज़्बात जुबां जिंदगी दब गयी भौतिकता की होड़ में , शांत सभ्य सुशील बनूं या भाव कहूं|| ©Dhiraj Kumar"

 White त्योहार पर घर ना जाने का पीर कहूं या घाव कहूं...
कुछ बनने की होड़ का धीर कहूं या छांव कहूं...
जज़्बात जुबां जिंदगी दब गयी भौतिकता की होड़ में ,
शांत सभ्य सुशील बनूं या भाव कहूं||

©Dhiraj Kumar

White त्योहार पर घर ना जाने का पीर कहूं या घाव कहूं... कुछ बनने की होड़ का धीर कहूं या छांव कहूं... जज़्बात जुबां जिंदगी दब गयी भौतिकता की होड़ में , शांत सभ्य सुशील बनूं या भाव कहूं|| ©Dhiraj Kumar

#Sad_Status

People who shared love close

More like this

Trending Topic