Dhiraj Kumar

Dhiraj Kumar

शायर, कवि Medical student

https://youtube.com/@shayariWithDK916

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

White त्योहार पर घर ना जाने का पीर कहूं या घाव कहूं... कुछ बनने की होड़ का धीर कहूं या छांव कहूं... जज़्बात जुबां जिंदगी दब गयी भौतिकता की होड़ में , शांत सभ्य सुशील बनूं या भाव कहूं|| ©Dhiraj Kumar

#शायरी #Sad_Status  White त्योहार पर घर ना जाने का पीर कहूं या घाव कहूं...
कुछ बनने की होड़ का धीर कहूं या छांव कहूं...
जज़्बात जुबां जिंदगी दब गयी भौतिकता की होड़ में ,
शांत सभ्य सुशील बनूं या भाव कहूं||

©Dhiraj Kumar

#Sad_Status

12 Love

White जुगनुओं का विद्रोह कितना भी प्रबल हो जंगल नहीं जला सकता। ©Dhiraj Kumar

#विचार #good_night  White जुगनुओं का विद्रोह कितना भी प्रबल हो
जंगल नहीं जला सकता।

©Dhiraj Kumar

#good_night

17 Love

White खो गये वो बचपन के दिन कहाँ, दिन की शुरुआत होती थी हठखेलियों से जहाँ। बारिश के बहाव में कागज के नाव चल जाते थे, दिवाली की सफाई में खोये खिलौने मिल जाते थे। मोल भाव के खेल में अपनत्व का मिलाप हो जाता था, तनिक परेशानी पर आसमान सिर उठाने वाला विलाप हो जाता था।। ©Dhiraj Kumar

#शायरी #love_shayari  White खो गये वो बचपन के दिन कहाँ, 
दिन की शुरुआत होती थी हठखेलियों से जहाँ। 
बारिश के बहाव में कागज के नाव चल जाते थे,
दिवाली की सफाई में खोये खिलौने मिल जाते थे। 
मोल भाव के खेल में अपनत्व का मिलाप हो जाता था, 
तनिक परेशानी पर आसमान सिर उठाने वाला विलाप हो जाता था।।

©Dhiraj Kumar

#love_shayari

13 Love

#love_shayari #Quotes  White फातिहा पढ़ो तुम मेरे उन अरमानों पर...
जिनकी ताबीर सिर्फ तुम्हारी ख्वाहिशें हुआ करती थीं।

©Dhiraj Kumar

#love_shayari

162 View

#rain  बारिश कल रात आसमान से गुफ्तगू कर बैठा 
मैं तो शांत हूं, पर बेचारा वो तब से ही बरस रहा

©Dhiraj Kumar

#rain

180 View

#love_shayari  White तेरी मुस्कान निराली, तेरी चाल निराली 
निराली तेरी अदायें।
पग पग फिरूं मन मस्त मगन में,
जो तू तनिक हम पर ध्यान लगाये।
एहसास है तेरी आभा में, तेरी मनमोहक अंखियों में 
गदगदा उठे मन मेरा,जो तू तनिक हम से बतियाये।।

©Dhiraj Kumar

#love_shayari

207 View

Trending Topic