मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूं वो गज़ल आपको सुनाता हूं एक समंदर है तेरी आखों में.. जहां मैं सब भूल जाता हूं तू किसी रेल-सी गुज़रती है.. मैं किसी पुल-सा थरथराता हूं !! ©Aditya Bhardwaj #Luminance Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto