मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी
"मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी ।
मेरा दिल मचलने लगा हैं, महकने लगी है ऐ वादी।।
हो ओ ़़़़ मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी।।"
मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी ।
मेरा दिल मचलने लगा हैं, महकने लगी है ऐ वादी।।
हो ओ ़़़़ मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी।।