ख्वाबों को हम क्या कहें ,ये राहें है मोहब्बत वालीं।
मेरे दिल में बसने वाली , तुम परी हो या कोई सहजादी।।
66 Love
मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी ।
मेरा दिल मचलने लगा हैं, महकने लगी है ऐ वादी।।
हो ओ ़़़़ मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी।।
मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी ।
मेरा दिल मचलने लगा हैं, महकने लगी है ऐ वादी।।
हो ओ ़़़़ मेरे दिल में बसने वाली, तुम परी हो या कोई सहजादी।।
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