माना मुझे मैथ्स समझ नही आती पर, तुम्हारे इश्क को | हिंदी शायरी
"माना मुझे मैथ्स समझ नही आती पर,
तुम्हारे इश्क को मैंने भरपूर पढ़ा है।
तुम्हारे होंठो पर है इंकार, ये तुम्हारी कोशिश,
मैंने तुम्हारी आँखो मे इजहार पढ़ा है।"
माना मुझे मैथ्स समझ नही आती पर,
तुम्हारे इश्क को मैंने भरपूर पढ़ा है।
तुम्हारे होंठो पर है इंकार, ये तुम्हारी कोशिश,
मैंने तुम्हारी आँखो मे इजहार पढ़ा है।