"बचपन और उम्मीद
(हमारा गाँव)
नफ़रत की आग बुझा कर तो देखो
खुद में परिवर्तन लाकर तो देखो !
कौन कहता है कि मेरा गांव खराब है
पहले अपनी अंदर झांक कर तो देखो!!"
बचपन और उम्मीद
(हमारा गाँव)
नफ़रत की आग बुझा कर तो देखो
खुद में परिवर्तन लाकर तो देखो !
कौन कहता है कि मेरा गांव खराब है
पहले अपनी अंदर झांक कर तो देखो!!