लेकिन हमने सोचा था वक्त के साथ मेरा गांव बदल जाएगा !
नीम की जगह आम का पेड़
लग जाएगा!
सुनने में आता है कि लोग अब शिक्षित हो चुके है!
फिर भी लोग एक दूसरे को देखकर इतना जल जाएगा!!
बचपन और उम्मीद
(हमारा गाँव)
नफ़रत की आग बुझा कर तो देखो
खुद में परिवर्तन लाकर तो देखो !
कौन कहता है कि मेरा गांव खराब है
पहले अपनी अंदर झांक कर तो देखो!!
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