होली एक त्योंहार है मौसम पलाश का अबीर-गुलाल का ,
फिजाओं में नशा मोहब्बत-प्यार का !
भुला के नफरतें शिकवे-शिकायतें ,
रंज और गम की हम जलायें होली !
रंगों की है फितरत सदा रंगीन रहना ,
दुश्मन को भी आज एक मौका देना !
दिलों के अंध कुयें में जोत जला लेना ,
लगे जो गले तुम प्रेम का परिचय देना !
मिले जो कुछ वक्त्त तुम्हे आज खुद से ,
शहीदों को भी एक पल याद कर लेना !
मौसम पलाश का अबीर-गुलाल का ,
फिजाओं में नशा मोहब्बत-प्यार का !
भुला के नफरतें शिकवे-शिकायतें ,
रंज और गम की हम जलायें होली !
रंगों की है फितरत सदा रंगीन रहना ,
दुश्मन को भी आज एक मौका देना !