सपने जो देखे हैं उसे साकार करना है, मुश्किल चाहे | हिंदी शायरी
"सपने जो देखे हैं उसे साकार करना है,
मुश्किल चाहे जो भी हो उसे पार करना है |
मंज़िल मिले बिना पीछे तो हटने से रहा,
संभल कर मंज़िल की सीढ़ियों पर पैर रखना है |
...... ZAK"
सपने जो देखे हैं उसे साकार करना है,
मुश्किल चाहे जो भी हो उसे पार करना है |
मंज़िल मिले बिना पीछे तो हटने से रहा,
संभल कर मंज़िल की सीढ़ियों पर पैर रखना है |
...... ZAK