इन्ही गांव की गलियों में बड़े होते है लोग। "फिर,, | हिंदी शायरी

"इन्ही गांव की गलियों में बड़े होते है लोग। "फिर,, चन्द शोहरत मिलते ही भूल जाते है लोग।। ©Error"

 इन्ही गांव की गलियों में बड़े होते है लोग।
"फिर,,
चन्द शोहरत मिलते ही भूल जाते है लोग।।

©Error

इन्ही गांव की गलियों में बड़े होते है लोग। "फिर,, चन्द शोहरत मिलते ही भूल जाते है लोग।। ©Error

People who shared love close

More like this

Trending Topic